Wednesday, 29 December 2021

बेटे की शादी के बाद काम पर लौट एक्टर मिलिंद गुणाजी। पर्यावरण संरक्षण औऱ पक्षी बचाओ के खास प्रदर्शनी में हुए शामिल !


एक एक्टर, एक राइटर और एक होस्ट होने के साथ साथ मिलिंद गुणाजी एक उम्दा फोटोग्राफर भी है इस बात का जिक्र उन्होंने बहुत बार किया हैं । मिलिंद के पास उनके द्वारा निकाले गए 2 से 3 हजार अद्भुत चिड़ियों के फोटोज का कलेक्शन हैं। जिसकी प्रदर्शनी शायद बहुत ही जल्द मिलिंद करे।  हाल ही में सिंधुदुर्ग में बेटे के शादी और मुम्बई में ग्रैंड रिसेप्शन के बाद मिलिंद वापस अपने काम पर लौट आये हैं । लेकिन इस बार उनका ये काम उनका जुनून हैं।


जी हाँ पर्यावरण संरक्षण और पक्षी बचाओ जैसे नेक कॉज से मिलिंद हमेशा जुड़े रहते हैं। और जहाँ क्यूरेटेड 100 पक्षियों की खूबसूरत फोटोग्राफी की प्रदर्शनी वो भी एक सामाजिक संदेश के साथ हो तो मिलिंद जरूर वहाँ पहुँचते हैं । तभी तो मुकेश पारपियानी-क्यूरेटेड 100 चुनिंदा फ़ोटोग्राफ़रों द्वारा के खजाने से रखी फोटो प्रदर्शनी ‘ बर्ड्स एज़ मैसेंजर ऑफ़ पीस ‘ के इस खास प्रदर्शनी में मिलिंद गुणाजी ने भाग लिया। मिलिंद कहते हैं कि " मुझे बचपन से ही फोटोग्राफी का शौक रहा हैं । मेरे पिताजी ने मुझे बचपन मे ही तीन ब्लैक एंड वाइट कैमरा दिया था। उनका कहना था कि मेरी फ्रेमिंग बहुत कमाल की हैं। जब मैं महाराष्ट्र के खूबसूरत किलों और पर्यटक स्थानों पर ट्रेकिंग के लिए जाता था तब मैंने बहुत तस्वीरें कैप्चर की । एक बार मैं अपने शो भटकान्ति के शूट के लिए अलीबाग के कोलाबा किले के खोज के दौरान जान बचते बचा, तब हाई टाइड के चलते मै लगभग डूबते डूबते बचा जो मेरी जिंदगी का बहुत डरावना पल था । "


आपको बता दे कि मिलिंद गुणाजी अनीस बज्मी के निर्देशन में कार्तिक आर्यन और कियारा आडवाणी के साथ भूल भुलैया 2', राजकुमार राव और सान्या मल्होत्रा अभिनीत 'हिट', ब्रूस ली के हमशक्ल और अली फजल के साथ 'विंग्स ऑफ गोल्ड' ,अजय देवगन के साथ एक प्रोजेक्ट कर रहे हैं जिसकी घोषणा जल्द ही होगी और एक शीर्ष बॉलीवुड अभिनेता के साथ एक वेब सीरीज कर रहे हैं । इसके साथ साथ वे महाराष्ट्र सरकार के वन और वन्यजीव के ब्रांड एंबेसडर  भी रह चुके हैं। मिलिंद महाराष्ट्र  टूरिज्म के कमिटी मेंबर में हैं जहाँ वो पर्यटन और फोर्ट (किला) के विकास में भी अद्भुत भूमिका निभाते हैं ।

Monday, 20 December 2021

काला घोड़ा आर्ट कार्ट (KGAK) के जरिये मिलेगी लाखों छोटे-मोटे कारीगरों को मदद, महामारी से भुगते खामियाजे की अब होगी भरपाई !







काला घोड़ा आर्ट्स फेस्टिवल फरवरी में वापसी कर रहा हैं। और ये काला घोड़ा अपनी थीम उड़ान के साथ पंख फैलाकर उड़ने के लिए तैयार है क्योंकि ये फेस्टिवल कला के उत्सव को सेलिब्रेट करने का एक नोबल कॉज हैं। महामारी के चलते जिन व्यापारियों पर आर्थिक तंगी की मार पड़ी हुई थी अब काला घोड़ा आर्ट कार्ट में मुँह की बोली लगाकर आर्थिक लाभ मिलने में उन्हेंमदद मिल पाएगी,जो 10 दिसंबर 2021 से 30 नवंबर 2022 तक चलेगा।


काला घोड़ा आर्ट कार्ट ऑनलाइन ऐसे छोटे-मोटे मार्केट चालकों के लिए जीवनदान प्रदान करता हैं जो अपने अनूठे और अद्भुत हस्तकला की कारीगरी को लोगों के सामने लाना चाहते हैं,तो ऐसे में ऑनलाइन के जरिए उनकी ये मेहनत लाखों लोगों के सामने आसानी से आ सकती हैं और इस महामारी से हुए नुकसान की भरपाई भी हो सकती हैं।

काला घोड़ा एसोसिएशन की माननीय अध्यक्ष ब्रिंदा मिलर कहती हैं कि "आर्ट कार्ट के माध्यम से हमारा प्रयास शिल्पकारों की अनूठी कलाओ और कृतियों को सामने लाना है।  काला घोड़ा आर्ट कार्ट साल भर चलेगा जो फरवरी के केवल नौ दिनों तक ही सीमित नहीं रहेगा । इस कार्ट की मदद से छोटे कारीगरों को उनका जीवन बसर करने में मदद मिलेगी "।


काला घोड़ा आर्ट कार्ट में जिन शिल्पकारों की अद्भुत कला को लोग भुला चुके हैं उनके द्वारा बनाये गए परिधान से लेकर, गहने,स्कार्फ, शर्ट और घर के जरूरी सामान सब कुछ एक ही जगह उपलब्ध होंगे। यहां पर 500 आवेदकों में से देश के प्रतिभाशाली और भारतीय कला से सुसज्जित  धनी ऐसे 50 कारिगिरीयों को चुना गया जो अपनी बनाई हुई अद्भुत कारीगिरी को दिखाएंगे। "इस कार्ट साइट पर बहुत सारे स्टाल्स प्रदर्शक विशेष हैं जो भारत के कई राज्य से होंगे। हमारा ज्यादातर झुकाव क्राफ्टमैंनशिप की तरफ हैं और हम पर्यावरण सम्बंन्धित ,आधुनिक युग में इस्तेमाल की जा रही वस्तुओँ की तरफ ज्यादा फोकस्ड है जो हमारी भारतीय पारंपरिक कला शैली को प्रस्तुत करता हैं" । मयंक वलेशाह जी काला घोड़ा आर्ट कार्ट के क्यूरेटर  का कहना हैं।

 
इस बार जो-जो इस कार्ट पर आएंगे खासकर तौर पर उन्हें हरियाणा के हिसार से हाथ की कढ़ाई किये हुए जूते, सूखे पत्तों से साड़ियों पर बनाई हुई प्रिंट, अहमदाबाद के बनाये हुए बैग्स जो प्लास्टिक वेस्ट से बनी होंगी, छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले से विंड चाइम्स और लैंप जो सुखी लौकी और पेपर से बने होंगे, ऐसे कुछ अद्वितीय वस्तुएं मिलेंगी।

इस साल हमे ऐसा ग्लोबल प्लेटफार्म देखने के लिए मिलेगा जहां पर एक ही मंच पर एकलौते या सामूहिक तौर पर आए हुए कलाकृतियों में एक बात सबसे ज्यादा सामान्य होगी और वो है उनके द्वारा हमारी पारंपरिक बुनाई पर दिया गया महत्व, आधुनिक जीवन शैली में भी पुराने संस्कृति और कला से जुड़ी सामानों का किस तरह उपयोग हो और कैसे भारत की संस्कृति इनके माध्यम से उजागर हो और लोगो तक पहुचे, ये काला घोड़ा आर्ट कार्ट की खासियत होगी। ब्रिंदा मिलर ये भी कहती हैं " वातावरण को शुद्ध और हरित बनाये रखने के साथ ही पशु मित्रवत संघों को भी प्रदर्शित करने का आग्रह किया यहाँ किया गया है।  काला घोड़ा आर्ट कार्ट में हम लगातार उन लोगों की मदद करने में भी सक्षम हैं जो इस दुनिया को बेहतर बनाने में हम सभी की मदद करते हैं," ।

Saturday, 18 December 2021

NCPA मध्ये दाखवले 100 अदभुत पक्ष्यांचे छायाचित्रण, समाजाला दिला खास संदेश, गायक सुदेश भोसले यांनी आपल्या गायनाने बांधली गाठ!

  



सुदेश भोंसलेशिखा मल्होत्रानिहारिका रायजादा आणि डॉअनुषा श्रीनिवासन अय्यर यांनी आज पिरामल आर्ट गॅलरीत मुकेश पारपियानी-क्युरेट केलेल्या 100 निवडक छायाचित्रकारांद्वारे 100 आश्चर्यकारक छायाचित्रकारांद्वारे शांततेचे संदेशवाहक म्हणून पक्ष्यांच्या उद्घाटनाला उपस्थित होतेसुदेश भोसले यांची संक्रामक उर्जाचातुर्य आणि गायनाने सर्वांनाच मंत्रमुग्ध केलेज्येष्ठ छायाचित्रकार आणि पिरामल गॅलरीचे प्रमुखमुकेश परपियानी यांनी गॅलरीमागची दृष्टी आणि पाहुण्यांना प्रत्येक क्षणाचा आनंद लुटता यावा यासाठी प्रदर्शन शेअर केलेएकूणचएक खरोखर घटनात्मक उद्घाटन.